इस बार देव उठनी एकादशी 4 नवंबर को मनाई जाने वाली है. इस एकादशी के दिन कुछ कार्य ऐसे हैं जिन्हें करने से भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है और इसी कारण से देव उठनी एकादशी के साथ ही सभी मांगलिक कार्य ना केवल विवाह सम्बंधित बल्कि गृह प्रवेश, नींव मुहूर्त, मुंडन और अन्य मांगलिक कार्यों का भी आरंभ होता है. तो चलिए आज हम आपको इस एकादशी के शुभ मुहूर्त और महत्व के बारे में बताने जा रहे हैं…
देव उठनी एकादशी 2022 मुहूर्त
देव उठनी एकादशी 4 नवंबर, दिन शुक्रवार को पड़ रही है.
तिथि का आरंभ 3 नवंबर, शाम के 7 बजकर 31 मिनट से हो रहा है.
समापन अगले दिन 4 नवंबर को शाम 6 बजकर 9 मिनट पर होगा.
एकादशी का व्रत 4 नवंबर को ही रखा जाएगा.
देवउठनी एकादशी के दिन करें ये काम
इस दिन दान-पुण्य करने से व्यक्ति के घर में शुभता का आगमन होता है.
इस दिन तुलसी विवाह का बहुत अधिक महत्व बताया गया है.
देवउठनी एकादशी से ही सभी देवी देवताओं की पूजा शुरू हो जाती है.
व्रत रखने से भगवान विष्णु एवं मां लक्ष्मी की पूजा का दोगुना फल मिलता है.
किसी भी कार्य में कभी कोई अड़चन नहीं आती.
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