Tech News: आजकल हर किसी के पास मोबाइल फोन होना एक आम बात हो गई है. एक घर में चार से पांच लोगों के पास फोन देखे जाते हैं. कुछ लोग महंगे फोन खरीदते हैं तो कुछ लोग नॉर्मल स्मार्टफोन से भी काम चलाते हैं लेकिन इतनी व्यस्तता के चलते कई बार लोगों के फोन स्लो चलते हैं या फिर हैंग होने लगते हैं. जिसे देखो, वही अपने फोन के हैंग होने की शिकायत लेकर बैठा रहता है लेकिन आज आपको ऐसी जानकारी देंगे, जिससे कि आप इस समस्या से बड़ी आसानी से बच सकते हैं. वह भी अपने फोन को केवल ‘रीस्टार्ट’ करके.
आपको स्मार्टफोन को ‘रीस्टार्ट’ करना एक बेहद ही आम बात लग सकता है लेकिन एक्सपर्ट्स की मानें तो इससे आपके डिवाइस की परफॉर्मेंस काफी हद तक बेहतर होती है. टेक प्रोफेशनल्स के अनुसार, हर किसी को अपने स्मार्टफोन को सप्ताह में करीब एक बार रीस्टार्ट जरूर करना चाहिए. अगर आप इस आदत में ले लेते हैं तो आपको कई फायदे देखने को मिल सकते हैं.
कितनी बार करें रीस्टार्ट
टेक एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर आप चाहते हैं कि आपका फोन सालों साल चले और ज्यादा हैंग ना हो तो आपको अपने फोन को सप्ताह में करीब तीन बार स्टार्ट करना चाहिए. वहीं, मोबाइल कम्युनिकेशन कंपनी T मोबाइल के अनुसार, आईफोन और एंड्रॉयड स्मार्टफोन को सप्ताह में कम से कम एक बार तो रीस्टार्ट जरूर करना चाहिए. वहीं, सैमसंग कंपनी के अनुसार, गैलेक्सी फोन को हर रोज एक बार रीस्टार्ट करना चाहिए.
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क्रैश होने के चांस कम
अब आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि रीस्टार्ट करने के क्या फायदे हो सकते हैं तो बता दें कि जब भी आप अपने फोन या डिवाइस को रीस्टार्ट करेंगे तो इससे RAM क्लियर होती है, बैकग्राउंड एप्स बंद हो जाती हैं और ऑपरेटिंग सिस्टम रिसेट हो जाता है. ज्यादा फोन इस्तेमाल करने से कई बार इसमें टेंपरेरी फाइल्स, कैशे डाटा और बैकग्राउंड प्रोसेस जमा हो जाते हैं. इससे फोन की परफॉर्मेंस धीमी हो जाती है. अगर आप सप्ताह में एक बार भी अपने फोन को रीस्टार्ट करते हैं तो इससे यह क्रेटर साफ हो जाता है और आपकी डिवाइस काफी स्मूद तरीके से चलने लगती है. साथ ही वह क्रैश नहीं होती है या कम होती है.
बैटरी की सुधरे हालत
अगर आप रेगुलर तौर पर अपने फोन को रीस्टार्ट करते हैं तो इससे आपको अपने फोन की बैटरी की हेल्थ बेहतर करने में सहायता मिलती है. कई बार जब अपने फोन का इस्तेमाल नहीं करते हैं तब भी बैकग्राउंड एप्स सिस्टम, प्रोसेस पावर को कंज्यूम करते रहते हैं. जब आप अपना फोन रीस्टार्ट करते हैं तो यह प्रोसेस बंद हो जाते हैं और इसके साथ ही साथ गैर जरूरी बैटरी ड्रेन भी रुक जाता है. ऐसा करने से आपका फोन सिंगल चार्ज पर ज्यादा समय चलता है और साथ ही साथ बैटरी भी पहले से बेहतर चलती है.
सिक्योरिटी का फायदा
अक्सर स्मार्टफोन बिना यूजर को पता चले ही कॉम्प्रोमाइज्ड एप्स या फिर कनेक्शन्स को चलाने लगते हैं. ऐसे में जब आप अपनी डिवाइस को रीस्टार्ट करते हैं तो संदग्ध बैकग्राउंड एक्टिविटी खत्म होने के चांस रहते हैं. सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर को फिर से शुरू होने में सहायता मिलती है. ऐसा होने से मालवेयर या फिर अनवांटेड एप्स से होने वाले जोखिम का खतरा कम हो जाता है.
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मोबाइल नेटवर्क और कनेक्टिविटी
जब भी कभी आप अपने फोन को रीस्टार्ट करते हैं तो इससे आपके मोबाइल नेटवर्क और कनेक्टिविटी को काफी फायदा होता है. मान लीजिए कि अगर आपके फोन में वाई-फाई या फिर मोबाइल नेटवर्क से कनेक्ट होने में कोई समस्या हो रही है तो रीस्टार्ट करेक्शंस को रिफ्रेश कर देता है. इससे आपकी तमाम समस्याएं हल हो सकती हैं. दरअसल यह हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर प्रोसेस के लिए मिनी रीसेट का काम करता है हालांकि कुछ एक्सपर्ट्स बार-बार आपके फोन को रीस्टार्ट करने से बचने की सलाह भी देते हैं. मान लीजिए कि अगर आप दिन में कई बार अपने फोन को रीस्टार्ट करते हैं तो इससे आपको कोई एडिशनल फायदा नहीं होता है और साथ ही साथ इंटरनल कॉम्पोनेंट्स पर हल्का तनाव भी पड़ सकता है. वहीं, अगर सप्ताह में केवल एक बार इसे रीस्टार्ट करते हैं तो इससे मेंटेनेंस और प्रैक्टिकल के बीच बैलेंस बना रहता है.
कुल मिलाकर देखा जाए तो टेक एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सप्ताह में करीब एक बार अपने फोन को रीस्टार्ट करने से उसकी परफॉर्मेंस, बैटरी लाइफ के साथ-साथ सिक्योरिटी को बनाए रखने में सहायता मिलती है.