Side Effects of Milk Tea: आजकल जिसे देखो, वही चाय का दीवाना है. लोगों को चाय इतनी ज्यादा पसंद है कि वह अपने सुबह की शुरुआत ही चाय के साथ करते हैं. कुछ लोग तो चाय के इतने बड़े दीवाने होते हैं कि वह एक दिन में 4 से 5 कप चाय पी जाते हैं. लोगों का ऐसा मानना है कि सुबह उठने के बाद उन्हें एनर्जी की जरूरत होती है, जो कि उन्हें चाय से मिलती है तो वहीं, दिन भर अपनी थकान मिटाने और शरीर में चुस्ती फुर्ती बनाए रखने के लिए उन्हें चाय की जरूरत पड़ती है.
भारतीय लोगों की बात करें तो यहां के लोगों को ज्यादातर कड़क चाय पसंद आती है और इसे बनाने के लिए वह उसे देर तक खौलाते और उबालते हैं लेकिन बहुत ही कम लोगों को इस बारे में जानकारी है कि ज्यादा चाय सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक होती है. जानकारी के अनुसार, हाल ही में इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च में एक नया दिशा-निर्देश जारी हुआ है, जिसमें चाय के दीवानों को इस बात के लिए चेतावनी दी गई है कि जो लोग ज्यादा दूध वाली चाय का सेवन करते हैं, उससे उनके शरीर में आयरन के अवशोषण में बाधा पड़ सकती है. इतना ही नहीं, जो लोग ज्यादा देर तक खौली हुई या उबली हुई चाय पीते हैं, उससे उनके हार्ट और लिवर दोनों पर ही बुरा असर पड़ता है.
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जो लोग दूध वाली कड़क चाय को देर तक खौला कर पीते हैं, उससे उनके शरीर पर क्या-क्या नुकसान होते हैं, चलिए बताते हैं-
हाई ब्लड प्रेशर की दिक्कत
जो लोग देर तक खौली हुई चाय पीते हैं, उससे इंसान का ब्लड प्रेशर हाई हो सकता है क्योंकि चाय को जितनी ज्यादा देर तक खौलाय जाता है या फिर कई बार गर्म करके पिया जाता है तो इससे उसमें टैनिन की मात्रा बढ़ जाती है और इससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है.
कैल्शियम और आयरन की अवशोषण को रोके
ज्यादा कड़क चाय में टैनिन पाया जाता है, जो कि शरीर के पोषक तत्व खास करके कैल्शियम और आयरन के अवशेषों को रोकने का काम करता है. अधिक मात्रा में चाय पीने वाले लोगों में हड्डियों और दातों से जुड़ी दिक्कतें देखी जाती हैं. साथ ही जो लोग अधिक चाय पीते हैं, उससे उनमें एनीमिया की दिक्कत भी हो सकती है.
खत्म हो जाते हैं न्यूट्रिएंट्स
क्या आप जानते हैं कि अगर आप दूध की चाय को ज्यादा देर तक खुल कर पीते हैं तो इससे उसमें पाए जाने वाले अहम न्यूट्रिएंट्स खत्म हो जाते हैं. दरअसल दूध की चाय को ज्यादा देर तक खौलाने से उसमें एसिडिक प्रॉपर्टी बढ़ जाती है और उसे पचाना मुश्किल हो जाता है.
एंटीऑक्सीडेंट्स में हो जाती है कमी
ज्यादा देर तक उबाली गई या फिर खौलाई गई चाय में पाया जाने वाला दिया थियाफ्लेविन और कैटेचिन तनाव कम करने वाले एंटीऑक्सीडेंट गुणों को खत्म कर देता है, इसलिए कभी भी बहुत देर तक खौली हुई चाय को नहीं पीना चाहिए क्योंकि उसे पचाना मुश्किल हो जाता है और उसका स्वाद भी कड़वा हो जाता है.
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पाचन से जुड़ी दिक्कतें
अगर आपको भी कड़क चाय पसंद है तो समझ जाइए कि आपको पाचन से जुड़ी कई दिक्कतें हो सकती हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो ज्यादा देर तक उबली हुई कड़क चाय का सेवन करने से लोगों को एसिडिटी, सूजन, गैस, पेट दर्द आदि दिक्कतों का खतरा बढ़ जाता है. दरअसल ज्यादा देर तक चाय को उबालने से उसमें पाया जाने वाला टैनिन हार्ड हो जाता है, उसे पचाना बहुत मुश्किल होता है.